अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । उल्टा साद समेटू वाणी, गोरखा बोल्या उल्टी वाणी अवगड़ का चेला, फिरूँ अकेला, कभी न शीश नवाऊंगा शुद्धता: मंत्र जप के समय शारीरिक और मानसिक शुद्धता आवश्यक है। The above mantra helps you to unlock the spiritual possible of the sadhak. This mantra is https://vashikaran33086.blogdosaga.com/32303811/the-best-side-of-most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra